स्वचालित तंत्रिका तंत्र आन्तरिक शारीरिक क्रियाओं के संतुलन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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मानसिक रोगियों से संबंध में प्राणायाम का महत्त्व इसलिए भी बढ जाता है कि यह न सिर्फ भावनात्मक में परिवर्तन लाने की क्षमता रखता है, बल्कि श्वास-प्रश्वास से स्वचालित तंत्रिका तंत्र से सीधे संबंध के कारण यह अत्यंव प्रभावशाली बन जाता है ।